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नवीनतम उपलब्धि
राष्ट्रीय पुरस्कार
संस्कृति मंत्रालय के अधीन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के मध्य क्षेत्र भोपाल द्वारा केन्द्रीय संरक्षित स्मारकों एवं पुरातात्विक स्थलों जैसे साॅंची, लक्ष्मण मंदिर (सिरपुर), अमरकंटक, छत्तीसगढ़ के 13 स्मारकों, रेसीडेन्सी (लखनऊ) एवं सारनाथ मण्डल के स्मारकों पर दिव्यांग लोगो के लिए बहुत सी सुविधाएं जैसे- ब्रेल लिपि में सूचना फलक, सांस्कृतिक विवरण, व्हील चैयर्स एवं पेयजल, प्रसाधन क्षेत्र को जोड़ने वाले रास्तो पर दृष्टिहीनो को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रकार की टाइल्स युक्त रास्ते जैसी सुविधाएं प्रदान की है। इसके साथ ही लखनऊ मण्डल ने विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन के लिए प्रतीक चिन्ह भाषा में पाॅंच लघु फिल्में भी तैयार की है। मध्य क्षेत्र द्वारा दृष्टिहीनों के लिए ब्रेल लिपि में लिखी गयी पुस्तक ‘‘ भारत के विश्व धरोहर स्मारक’’ के विकास में योगदान एवं दिव्यांगो को विभिन्न विरासत स्थलों के भ्रमण एवं उनके साथी कर्मचारियों के लिए दिव्यांगो को बाधा मुक्त सुविधाएं प्रदान करने जैसे संवेदनशील कार्यक्रमो का आयोजन जैसे कार्यो को भी तत्परता से किया गया है। इसलिए मध्य क्षेत्र भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को दिव्यांगो के सशक्तिकरण के लिए 3 दिसम्बर 2015 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए स्मारकों पर बाधा मुक्त पर्यावरण बनाने के लिए उत्कृष्ट कार्य करने की श्रेणी का राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया।