Temple Survey Project, Bhopal
  • विवरण

  • १००भोपाल मंडल में कुल मंदिर
  • ११४ लखनऊ मंडल में कुल मंदिर
  • ३१ रायपुर मंडल में कुल मंदिर

मन्दिर सर्वेक्षण परियोजना (उत्तरी क्षेत्र), भोपाल की स्थापना 1955 में हुई थी। श्री कृष्णदेव, मंदिर सर्वेक्षण परियोजना उत्तरी क्षेत्र भोपाल के पहले अधीक्षण पुरातत्ववेत्ता थे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने कुछ सर्वे योजनाओं को बनाने का विचार किया जिसके फलस्वरूप मन्दिर सर्वेक्षण परियोजना एवं भवन सर्वेक्षण परियोजनाओं का गठन किया गया। मन्दिर सर्वेक्षण परियोजना, विशेष रूप से प्राचीन मन्दिरों के वास्तुकला के व्यस्थित और व्यापक अध्ययन के उद्देश्य से बनाया गया। नतीजतन मन्दिर सर्वेक्षण के लिए दो केन्द्रों की स्थापना की गई। एक उत्तर क्षेत्र के लिये भोपाल में है और दूसरा दक्षिणी क्षेत्र के लिए चेन्नई मेें है। स्थापना के बाद से ही मन्दिर सर्वेक्षण परियोजना (उत्तरी क्षेत्र) भोपाल, उत्तरी क्षेत्र में स्थित मन्दिरों का अध्ययन गहन रूप से कर रहा है। और इसमें विभिन्न रचनात्मक टिप्पणी, किताबे और कई महत्वपूर्ण शोध लेख जारी किये है। कृष्णदेव, बी.एल. नागर, आर.डी. द्विवेदी, देबला मित्रा, एम.डी. खरे, पी.के. त्रिवेदी जैसे विद्वानों ने अपने अथक प्रयासों से उत्तर भारत के कई मन्दिरों को खोज कर उनके छायाचित्रों एवं रेखांकन के साथ वर्णन किया है। निश्चित रूप से इन महान विद्वानों की किताबों, टिप्पणियों एवं शोध लेखों से मन्दिर वास्तुकला के विद्यार्थी लाभान्वित हुए है।